Saturday, December 4, 2010

INDO-PAK PEACE

बहुत हुआ
आ अब लौट चले |
एक सुन्दर  सु-मधुर
धरा  का निर्माण  करे |

बहुत हुआ
आ अब लौट चले |
भारत और पाकिस्तान
एक-दुसरे  का सम्मान करे |
कूटनीति,कपटनीति व्
राजनीती  का त्याग करे |
मैला मन का ,गरल गले का
गंगा और सतलुज में प्रवाह करे|
एक सुन्दर  सु-मधुर
धरा  का निर्माण  करे |

बहुत हुआ
आ अब लौट चले |
शांति -पथ  पुकारता बार-बार
आ  मिल कर आगे बढे |
उन्नति  करे ,प्रगति करे
मानवता का नया इतिहास रचे |
एक सुन्दर  सु-मधुर
धरा  का निर्माण  करे |

4 comments:

  1. bahut sunder .......

    koti koti badhai ..:):)

    ReplyDelete
  2. न जाने कब शान्ति होगी न जाने कब नया इतिहास रचा जायेगा.
    रचना में अच्छे ख्यालहैं .

    ReplyDelete